ग्रीन - टी (Green Tea) पीने के फायदे -
ग्रीन - टी
ग्रीन- टी एक प्रकार की हर्बल चाय होती है जिसे बनाने के लिए कलेनिया साईनेन्सिस नामक पौधे की पत्तियां प्रयोग की जाती है . ग्रीन टी को बनाने की प्रक्रिया में आक्सीकरण निम्नतम होता है . ग्रीन टी में अधिक मात्रा में एंटीओक्सिडेंट तत्व पाए जाते है .
ग्रीन टी की शुरुआत चीन में हुई थी बाद में यह धीरे धीरे यह मध्य एशिया और पुरे विश्व में इसका पयोग पेय पदार्थ के रूप में किया जाने लगा . स्वास्थ्य की द्रष्टि से यह बहुत ही फायदेमंद पेय पदार्थ है जिसका पुरे विश्व में सेवन किया जाता है .
ग्रीन टी पीने के फायदे
- ग्रीन टी पीने के अनेको फायदे है जैसे ग्रीन टी पीने से वजन कम होता है .
- इसे पीने से पाचन तन्त्र मजबूत होता है और इससे मेटाबोलिज्म बढ़ता है .
- ग्रीन टी के सेवन से उच्च रक्तचाप को कम किया जा सकता है .
- इसका सेवन बालो की समस्याओ को ठीक करता है .
- ग्रीन टी के नियमित सेवन से कोलेस्ट्रोल को कम किया जा सकता है .
- ग्रीन टी का सेवन मधुमेह के रोगियों के लिए लाभदायक है इससे शुगर को नियंत्रित किया जा सकता है .
- इसके नियमित सेवन से हड्डिया मजबूत होती तथा हड्डियों के फ्रैक्चर के रिस्क को कम किया जा सकता है .
- ग्रीन टी में मौजूद तत्व पोलिफेनाल ट्यूमर को बढ़ने से रोकता है तथा कैंसर के खतरे को कम करता है .
- इससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढती है .
ग्रीन कैसे बनाये (ग्रीन टी बनाने के रेसिपी )
- एक कप पानी लेकर इसको उबाल ले .
- उबले पानी में ग्रीन टी का टी बैग डाल दे.
- पानी के कप में टी बैग को 1 से 2 मिनट तक हाथ से हिलाते रहे ताकि यह पानी में सही तरीके से मिल जाए .
- अब टी बैग को पानी के कप से निकाल दे .
- आपकी ग्रीन टी तैयार है . अब आप इसको पी सकते है .
नोट - बेहतर परिणाम के लिए चाय में चीनी तथा दूध का प्रयोग ना करे . क्यूंकि दूध मिलाने से इसमें मौजूद एंटीओक्सिडेंट तत्व नष्ट हो जाते है . तथा चीनी मिलकर यह चाय वजन कम करने में लाभ नही पहुंचाएगी .
ग्रीन टी पीने का सही समय
ग्रीन टी को सुबह खाली पेट नही पीना चाहिए . इसका सेवन नाश्ते के कम से कम एक घंटे बाद या दोपहर के खाने के कम से कम एक घंटे बाद ही करना चाहिए .
ग्रीन टी का सेवन देर रात या सोने से पहले नही करना चाहिए क्यूंकि इसमें उपस्थित कैफीन नींद ना आने का कारण बन सकता है .
ग्रीन टी के सेवन की सही मात्रा
ग्रीन टी का सेवन दिन में दो या तीन कप से अधिक नही करना चाहिए . इसमें मौजूद कैफीन अनिंद्रा का(नींद ना आने का कारण) कारण बन सकता है.
1 टिप्पणियाँ
very well researched and neatly written
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