Romantic Shayari
मेरे आँखों के ख्वाब , दिल के अरमान हो तुम ,
तुम से ही तो में हु , मेरी पहचान हो तुम ,
में जमीं हु तो मेरे आसमान हो तुम,
सच मनो तो मेरे लिए तो सारा जहाँ हो तुम।
परवाह उसकी कर जो तेरी परवाह करे ,
जिंदगी में कभी तनहा न करे ,
जान बन कर उतर जा उसकी रूह में। ,
जो जान से भी ज्यादा तुझसे प्यार और वफ़ा करे।
जलते बुझते दिए सा लग रहा हु ,
में अंदर ही अंदर भभक रहा हु ,
किसी और की जरूरत ही क्या मुझे अब ,
में ठहरा खुदगर्ज खुद ही खुद को ठग रहा हु ,
ये कैसी आग है जो जलती ही नहीं ,
बूझकर भी अश्को के साये में सुलग रहा हु ,
सख्स था जो मुझमें जाने कहा चला गया ,
असल में भी अब तो नक़ल सा लग रहा हु में। ..
तुझे चाहा भी तो इजहार ना कर सक ,
काट गयी उम्र किसी से प्यार ना कर सके ,
तूने माँगा भी तो अपनी जुदाई मांगी ,
और हम थे की इंकार ना कर सके।
इस मोहब्बत की किताब के ,
बस दो ही सबक याद हुए ,
कुछ तुम जैसे आबाद हुए ,
कुछ हम जैसे बर्बाद हुए.
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