दिल का दर्द एक राज बनकर रह गया ,
मेरा भरोसा मजाक बनकर रह गया .
दिल के सौदागरों से दिल्लगी कर बैठे ,
इसलिए मेरा प्यार एक अल्फाज बन कर रह गया.
इक दरद छिपा हो साइन में मुस्कान अधूरी लगती है .
न जाने बिन तेरे हर शाम अधूरी लगती है .
खुश्क आँखों से भी अश्को की महक आती है ,
तेरे इश्क को ज़माने से छिपऊ कैसे.
अगर हो जाए इश्क तो ...
हमेशा साझा कर लेना , कुछ हम रख लेंगे ,
कुछ तुम रख लेना,
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