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उच्च रक्तचाप को नियंत्रित कैसे करे | हाई ब्लड प्रेसर (उच्च रक्तचाप) को नार्मल करने के प्राकृतिक उपाय - What Is High Blood Pressure in Hindi -

उच्च रक्त चाप यानी High Blood Pressure आज के समय में एक बड़ी समस्या बन चूका है . पहले यह समस्या उम्रदराज लोगो में ही अधिकतर देखने को मिलती थी लेकिन फ़िलहाल के Time में खराब जीवन शैली और खानपान , तनाव , व्यायाम ना करने के कारण बहुत से युवाओं में भी उच्च रक्त चाप ( High Blood Pressure ) की समस्या आम होती जा रही है .

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आज इस पोस्ट के माध्यम से हां आपको बतायेंगे - उच्च रक्त चाप यानि  ( High Blood Pressure ) क्या होता है और इसके क्या लक्षण होते है , इससे हमारे स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ता है , उच्च रक्त चाप को कम कैसे किया जा सकता है व इस समस्या से कैसे बचा जा सकता है . इस समस्या से बचने के लिए हमें अपनी जीवन शैली में क्या क्या परिवर्तन करने चाहिए .

उच्च रक्त चाप  ( What is High Blood Pressure in Hindi ) क्या होता है -

उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure) ऐसी  चिकित्सीय स्थिति है  जिसमें धमनियों में रक्त का दबाव बढ़ जाता है . दबाव की इस वृद्धि के कारण, रक्त की धमनियों में रक्त का प्रवाह बनाये रखने के लिये ह्रदय (Heart) को सामान्य से अधिक काम करना पड़ता है . यदि रक्त वाहिकाओं में दबाव अधिक होता है, तो हृदय को रक्त को पंप करने में ज्यादा काम करना पड़ता है. यदि इसे अनियंत्रित छोड़ दिया जाएं, तो उच्च रक्तचाप हृदयाघात (Heart Attack) , हृदय की मांसपेशियों में वृद्धि और हृदय विफलता उत्पन्न कर सकता है . 

रक्त वाहिकाओं (Blood Vessels) में उच्च दबाव के कारण सूजन (धमनीविस्फार) और हल्के धब्बे विकसित हो सकते हैं, जिससे अवरोधक (क्लाग) और टूटन की संभावना अधिक होती है . रक्त वाहिकाओं में दबाव के कारण मस्तिष्क में रक्त का रिसाव भी हो सकता है। इसके कारण स्ट्रोक हो सकता है. 

उच्च रक्तचाप के कारण गुर्दे की विफलता, अंधापन, रक्त वाहिकाओं का टूटना और संज्ञानात्मक हानि भी हो सकती है. रक्तचाप में दो माप शामिल होती हैं, सिस्टोलिक और डायस्टोलिक, जो इस बात पर निर्भर करती है कि हृदय की मांसपेशियों में संकुचन (सिस्टोल) हो रहा है या धड़कनों के बीच में तनाव मुक्तता (डायस्टोल) हो रही है। आराम के समय पर सामान्य रक्तचाप (Blood Pressure) 100-140 mmHg सिस्टोलिक (उच्चतम-रीडिंग) और 60-90 mmHg डायस्टोलिक (निचली-रीडिंग) की सीमा के भीतर होता है.  उच्च रक्तचाप तब उपस्थित होता है यदि यह 90/140 mmHg पर या इसके ऊपर लगातार बना रहता है .

उच्च रक्तचाप के लक्षण (Symptoms of High Blood Pressure in Hindi) - 

उच्च रक्त चाप की समस्या होने पर निम्न लक्षण दिखाई देते है -
  • कभी-कभी उच्च रक्तचाप के कारण सिरदर्द हो सकता है , 
  • सांस की तकलीफहो सकती है  , 
  • चक्कर आ सकते है  , 
  • सीने में दर्द का महसूस होना, 
  • हृदय की धड़कन बढ़ना और नाक बहना जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं.

यदि आपको ये लक्षण ज्यादा दिखाई दे तो इन लक्षणों को नजरअंदाज ना करे इनको नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है, तरुंत किसे अच्छे चिकित्सक से सलाह ले.

उच्च रक्त चाप को कैसे कम किया जा सकता है व इससे कैसे बचा जा सकता है -

अपने दैनिक जीवन शैली में बदलाव करे . खानपान एवं व्यायाम पर विशेष ध्यान दे जैसे - हरी सब्जिया एवं फल ज्यादा खाए , रेगुलर व्यायाम करे . नमक का सेवन कम करे . पैदल ज्यादा चले . तनाव कब ले तथा गुस्से पर काबू रखे . अच्छी नींद ले कम से कम 7 से आठ घंटे की नींद अवश्य ले .
अपना BP रेगुलर बेस पर चेक करवाते रहे . BP बढ़ने / उच्च रक्त चाप की समस्या होने पर किसी अच्छे प्रशिक्षित चिकित्सक से मिले और और अपना उपचार करवाए . बताये गए गए बातो का अनुसरण करे . 

उच्च रक्त चाप की  समस्या से बचने के लिए हमें अपनी जीवन शैली में क्या क्या परिवर्तन करने चाहिए -

यह समस्या असयांमित खानपान और ख़राब जीवन शैली की वजह से ज्यादा होती है . इस समस्या से बचने के लिए सबसे जरूरी है हमें अपने लाइफ स्टाइल यानी जीवन शैली में बड़ा परिवर्तन करना .उच्च रक्त चाप की  समस्या से बचने के लिए क्या करे और क्या ना करे -
  • इस समस्या से बचने के लिए अपने जीवन में तनाव कम करे हमेशा तनाव मुक्त रहने की कोशिश करे .
  • सुबह जल्दी उठकर व्यायाम करे . सुबह शाम पैदल चले और रोजाना पैदल घुमने की आदत डाले.
  • रात को जल्दी सोने की कोशिश करे और सुबह जल्दी उठने की आदत डाले.
  • फ़ास्ट फ़ूड एवं तले भुने भोजन , मिर्च मसाले एवं खाने में नमक का सेवन कम करे .
  • खाने में लहसून , प्याज , सोयाबीन , साबुत अनाज , फल और हरी सब्जियों का  प्रयोग करे .
  •   चीनी, रिफाइंड खाद्य पदार्थ, तली-भुनी चीजें , डेयरी उत्पाद,और जंक फूड से हमेशा बचकर रहें ,  इनका सेवन आपके लिए बहुत ज्यादा हानिकारक है .
  • गुस्सा कम करे गुस्सा करने रक्त चाप ज्यादा हो जाता है इसलिए अपने गुस्से पर नियंत्रण करना सीखे नही तो इससे आपको ज्यादा नुकशान हो सकता है .
  • यदि आपका वजन ज्यादा है तो अपना वजन कम करे . इसके लिए अपना BMI लेवल चेक करे . BMI लेवल से आप जान सकते है की आपकी लम्बाई के हिसाब से आपका वजन सही है या नही . 
  • दिन में कम से कम 8 से 10 ग्लास पानी जरूर पिए व चाय व काफी का सेवन ना करे .
आशा करता हु मेरे द्वारा दी गयी जानकारी " What is High Blood Pressure in Hindi " आपके लिए उपयोगी सिद्ध हुई होगी. हमें कमेंट करके बताये . हो सके तो इस पोस्ट को शेयर जरूर करे -

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