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Abmedkar Jyanti Quotes | Ambedkar Quotes in Hindi | बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर जी के अनमोल विचार -

Ambedkar Jyanti 14th April Special - 14th April 2019 Ambedkar Jayanti Quotes Wishing  Messages , Ambedkar Quotes In Hindi or English -

w3hindime.blogspot.com की और से आप सभी को बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर जी 128 वीं जयंती की हार्दिक शुबकामनाएं . बाबा साहेब डॉ भीम राव अम्बेडकर जी की जयंती प्रत्येक वर्ष 14th अप्रैल को मनाई जाती है . 14 अप्रैल 1891 को बाबा साहेब का जन्म हुआ था . डॉ अम्बेडकर को भारतीय संविधान निर्माता के नाम से भी जाना जाता है ,  भारत के संविधान निर्माण में डॉ अम्बेडकर का बहुत बड़ा योगदान है . इन्हें भारतीय समाज सुधारक , अर्थसास्त्री , ज्ञान का प्रतीक आदि के नाम से जाना जाता है . यहा पर आप बाबा साहेब के अनमोल विचारो को पढ़ सकते है -

Ambedkar Jyanti Quotes -


Ambedkar Jyanti Quotes

  • "I Measure The Progress Of a Community By the degree of progress which women have achieved."
  • मैं किसी समाज की उन्नति को महिलाओं की उन्नति से मापता हूँ.
  • The relationship between husband and wife should be similar to close friends, in which love, belief and sacrifice should be three. Understanding each other is more important than understanding each other.


Ambedkar Jyanti Quotes

  • बुद्धि का विकास मानव जीवन का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए .
  • Development of wisdom should be the ultimate goal of human life.


Ambedkar Jyanti Quotes

  • व्यक्ति का जीवन महान होना चाहिए न की लम्बा .
  • The person's life should be great than being prolonged.


Ambedkar Jyanti Quotes

  • मेरे नाम की जय-जयकार करने से अच्छा है , मेरे बताये हुए रास्ते पर चले.
  • It is better to cheer my name, walk on my stated path.


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  • इतिहास बताता है की जहाँ नैतिकता और अर्थशास्त्र के बीच संघर्ष होता है वहां जीत हमेशा अर्थशास्त्र की होती है . निहित स्वार्थो को तब तक स्वेच्छा से नही छोड़ा है जब तक की मजबूर करने के लिए पर्याप्त बल ना लगाया गया हो .
  • History tells us that when there is conflict between ethics and economics, there is always a win for economics. The vested interests have not voluntarily left until the force has been imposed to compel the force.


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  • में ऐसे धर्म को मनाता हु जो स्वतंत्रा , समानता , और भाई - चारा सिखाएं .
  • I believe in religion that teaches freedom, equality, and brother-feed.

Ambedkar quotes In hindi




डॉ बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर जी के अनमोल विचार / Dr Ambedkar Quotes In Hindi -


  • शिक्षित बनो , संगठित रहो , संघर्ष करो .
  • हर व्यक्ति जो मिल के सिद्धांत कि एक देश दूसरे देश पर शाशन नहीं कर सकता को दोहराता है उसे ये भी स्वीकार करना चाहिए कि एक वर्ग दूसरे वर्ग पर शाशन नहीं कर सकता .
  •  न्याय हमेसा समानता के विचार को पैदा करता है.
  •  इस देश में कितने महात्मा आये फिर भी आजतक छूत- अछूत बने हुए है.
  • एक सफल क्रांति के लिए सिर्फ सामजिक असंतोष होना काफी नही है बल्कि क्रांति की सफलता के लिए न्याय और राजनितिक के साथ सामाजिक अधिकारों में गहरी आस्था होनी चाहिए.
  •  कानून और व्यवस्था राजीतिक शरीर की वो दवा है जो राजीतिक शरीर के बीमार होने पर वह दवा जरुर देना चाहिए.
  • शिक्षा का अधिकार जितना पुरुषो का है उतना ही अधिकार महिलाओ का भी है.
  • जो मन से स्वन्त्र है वास्तविक में वही लोग स्वन्त्र है.
  • लोकत्रंत सरकार का महज एक रूप नही है.
  • हमारे सविंधान में मत का अधिकार एक ऐसी ताकत है जो की किसी ब्रह्मास्त्र से कही अधिक ताकत रखता है.
  • कानून और व्यवस्था, राजनीति के शरीर की दवायें हैं और जब शरीर बीमार हो जाये तो तो दवाइयों को अपना काम करना चाहिए.
  • आप जो कुछ भी अपने महान प्रयासों के जरिये प्राप्त करते है उससे बढ़कर इस दुनिया में आपके लिए कुछ नही है.
  • एक सफल क्रांति के लिए सिर्फ असंतोष का होना पर्याप्त नहीं है .जिसकी आवश्यकता है वो है न्याय एवं राजनीतिक और सामाजिक अधिकारों में गहरी आस्था.
  • भाग्य में विश्वास रखने के बजाय अपने शक्ति और कर्म में विश्वास रखना चाहिए.
  • एक इतिहास लिखने वाला इतिहासकार सटीक, निष्पक्ष और ईमानदार होना चाहिए.
  •  मानव के बुद्धि का विकास मानव के अस्तित्व का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए.
  • जैसे पानी की बूंद समुद्र में मिलकर अपना अस्तित्व खो देती है, इसके विपरीत इंसान समाज में मिलकर अपना अस्तित्व नहीं खोता। इंसान का जीवन स्वतंत्र है वह समाज के विकास के लिए नहीं बल्कि अपने विकास के लिए पैदा हुआ है.
  • हिंदू धर्म में, विवेक, कारण, और स्वतंत्र सोच के विकास के लिए कोई गुंजाइश नहीं है.
  • जो इतिहास भूल जाते हैं, वे इतिहास नहीं बना सकते.
  • एक महान इंसान एक सुप्रसिद्ध इंसान से इसलिए बेहतर है क्योंकि वह समाज का सेवक बनने को हमेशा तैयार रहता है.
  • हमें अपने पैरों पर खड़ा होना चाहिए और अपने अधिकारों के लिए जितने समर्थ हैं उतना लड़ना चाहिए. इसलिए अपने आंदोलन को जारी रखिये और अपने बलों को संगठित कीजिये. शक्ति और प्रतिष्ठा संघर्ष के माध्यम से आप तक आयेगी.
  • जाति कोई ईंटों की दिवार नहीं है या कोई काँटों का तार नहीं है जो हिंदुओं को आपस में मिलने से रोक सके। जाति एक धारणा है जो मन की एक अवस्था है.
  • हमें अपने पैरों पर खड़े होना है। अपने अधिकार के लिए लड़ना है तो अपनी ताकत और बल को पहचानो क्योंकि शक्ति और प्रतिष्ठा संघर्ष से ही मिलती है.
  • तुम खुद को दलित इसलिए मानते हो क्योकि दुसरो को उचा मानते हो.
  • हम सबसे पहले और अंत में भी भारतीय है.
  • यदि मुझे लगेगा की सविंधान का दुरूपयोग हो रहा है तो सबसे पहले मै इस सविंधान को ही जलाऊंगा
  • किसी का स्वाद बदला जा सकता है लेकिन जहर को कभी भी अमृत में नही बदला जा सकता है
  • पति पत्नी के बीच का घनिष्ट सम्बन्ध घनिष्ठ मित्रो के जैसा होना चाहिए
  •  किसी देश की सुरक्षित सेना किसी देश की सुरक्षित सीमा से कही बेहतर होती है
  • हम ऐसे सयुंक्त एकीकृत आधुनिक भारत का निर्माण करना चाहते है तो सभी धर्मो के शाश्त्रो की संप्रुभता का अंत होना चाहिए.
  • सविंधान मात्र वकीलों का दस्तावेज नही बल्कि हमारे जीवन का माध्यम है.
  • जो कौम अपना इतिहास तक नही जानती है वे कौम कभी अपना इतिहास भी नही बना सकती है.
  • हिन्दू धर्म में कारण, विवेक और स्वतंत्र सोच के विकास के लिए कोई गुंजाइश नही है.
  • समानता एक कल्पना हो सकता है लेकिन इसे गवर्निंग सिद्धांत के रूप से स्वीकार करना जरुरी है.
  • एक महान व्यक्ति एक प्रतिष्ठ्ताप्राप्त व्यक्ति से हमेसा इस तरह अलग होता है की वह कभी भी समाज का सेवक बनने को तैयार रहता है.
  • शिक्षित बने, संघटित रहे और संघर्ष करे.
  • उदासीनता एक ऐसे किस्म की बीमारी है जो किसी को प्रभावित कर सकती है
  •  इन्सान का जीवन स्वन्त्रत है इन्सान समाज के विकास के लिए ही नही अपितु स्वय के विकास के लिए पैदा हुआ है
  • जब तक आप सामाजिक रूप से स्वत्रंत नही है कानून जो भी आपको स्वत्रंता देता है वह आपके लिए बेमानी है
  • यह जरुरी नही होता है की अत्यधिक धन वाला व्यक्ति अज्ञानी न हो और अत्यधिक निर्धन व्यक्ति उच्च श्रेणी का बुद्धि वाला न हो, अत्यधिक सम्पत्ति भी बुद्धि की कुशाग्रता को कुंठित करती है तो यही निर्धनता में इसे ऊपर ले जाती है.
आशा करते है दी गयी जानकारी "Ambedkar Jyanti Quotes" आपको पसंद आई होगी . आपको यह पोस्ट कैसी लगी ? हमें कमेंट करके जरूर बताएं .


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